Thursday, July 16, 2015

मेरा वादा है तुझे दिल से जुदा कर दूंगा

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मन के साए से तुझे खुद ही रिहा कर दूंगा,
मेरा वादा है तुझे दिल से जुदा कर दूंगा |


कैसे चाहत का तेरी दिल से कतल कर दूं मैं  
तूने चाहा तो अगर ये भी खता कर दूंगा |

मेरी आँखों से तू टपकेगा कभी बन के दर्द,

मुस्करा के तेरी खुशियों को हवा कर दूंगा |

सरहदों पर है अगर दिल के अँधेरा भी बहुत,

दिल में आतिश सी जलाकर मैं दिया कर दूंगा |
 
यूँ तो हर शख्स का है अपना मुक़द्दर लेकिन,

रिश्ता गर तुझसे जुड़ेगा मैं रिहा कर दूंगा |

हर्ष महाजन

(रमल मुसम्मन मखबून मह्जुफ़ मकतू )
2122-1122-1122-22

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