Tuesday, January 11, 2022

तेरी सोहबत में दिल ये संभल जाएगा

तेरी सोहबत में दिल ये संभल जाएगा,
कर यकीं अब नहीं तो ये जल जाएगा ।

देख लेना कभी इश्क़ इन आँखोँ में,
थोड़ी चाहत दिखाना मचल जाएगा ।

तू ख़फ़ा है मुझे ये पता था मगर,
पर यकीं ये नहीं था बदल जायेगा ।

दिल में खामोशियाँ अब हैं पलने लगीं, 
थोड़ा बहला देगा ये उछल जाएगा ।

हमसफ़र छोड़ मेहमान बन तू मुझे,
कैसे कर लूँ यकीं मुझको छल जाएगा ।

हर्ष महाजन 'हर्ष'
212 212 212 212

5 comments:

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    1. बेहद धुक्रिया आदरनीय विभा रानी जी ।

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  2. आदरनीय पम्मी जी पांच लिंको पर ये रचना चस्पा करने हेतु बहुत बहुत शुक्रिया ।

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  3. बेहद खूबसूरत ग़ज़ल।

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    1. सबसे पहले तो आपका होंसिला अफ़ज़ाई के लिए शुक्रिया । जहां तक पेशकश का सवाल है आपकी समीक्षा का हमेशा मुंतज़र रहूंगा । अच्छा लगा आने अपना कीमती वक़्त मेरी इस पेशकश पर दिया ।💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

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