Monday, June 21, 2021

डैडी (पार्ट 2)


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जब से बिछुड़े हो, ठंडी हवा कौन दे,

 अब तो माँ भी नहीं है दवा कौन दे ।


ज़िन्दगी भर जो हमने खतायें हैं की,

अब तरसते हैं हमको सज़ा कौन दे ।


ज़ख़्म गहरे हैं राहत से अनजान हैं,

अब तुम्हारे सिवा ये भला कौन दे ।


शूल दिखते नहीं थे कभी तब हमें,

कुछ सुझाओ इन्हें अब हटा कौन दे ।


रोज़ ढूंढा किये हम सुनों कम से कम,

ये बता दो तुम्हारा पता कौन दे ।


जी रहे हैं तुम्हारे ही लफ़्ज़ों पे हम,

जीत पर अब हमारी दुआ कौन दे ।


कोई ऐसा मिले उनकी यादों में अब,

देखते हैं हमें, अब हरा कौन दे ।


------हर्ष महाजन 'हर्ष'

212 212 212 212

"तुम अगर साथ देने का वादा करो"

2 comments:

  1. सच
    अब इस उम्र में भला अब राहत कौन दे ।

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    1. :)
      आपकी आमद का बहुत बहुत शुक्रिया ।

      सादर

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