Tuesday, January 4, 2022

यूँ ही ज़िंदगी पर असर देख लेना

यूँ ही ज़िंदगी पर असर देख लेना,
कॅरोना का अब तुम गदर देख लेना ।

तबाही का आलम चलाया है जिसने,
नए साल उसका हुनर देख लेना ।

न अपनी खबर है न दुनियाँ की चिंता,
सियासत के वादे इधर देख लेना ।

यही सिलसिला अब यूँ  चलता रहेगा,
गदर करने वालों का सफ़ऱ देख लेना ।

है इतनी शिकायत मुझे अब खुदा से,
अँधेरों में जाएँ किधर देख लेना ।

हर्ष महाजन 'हर्ष'
122 122 122 122

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